दिल्ली की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रेखा गुप्ता को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री बना दिया है। यह फैसला न केवल दिल्ली की सियासत में एक नई दिशा तय करेगा, बल्कि भाजपा की चुनावी रणनीति और संगठनात्मक गणित को भी दर्शाता है। रेखा गुप्ता का मुख्यमंत्री बनना वैश्य समुदाय और महिला शक्ति को साधने की एक सोची-समझी रणनीति माना जा रहा है।
वैश्य समुदाय और महिला सशक्तिकरण का संगम
दिल्ली में वैश्य समाज की मजबूत पकड़ है, और भाजपा के पारंपरिक वोट बैंक में इस समुदाय की अहम भूमिका रही है। रेखा गुप्ता का चयन इसी दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। उनकी गिनती दिल्ली के प्रभावशाली वैश्य नेताओं में होती है, जो कारोबारी और मध्यमवर्गीय वोट बैंक को साधने में अहम भूमिका निभा सकती हैं। साथ ही, उनका महिला होना भाजपा के लिए ‘आधी आबादी’ को साधने की एक बड़ी रणनीति का हिस्सा है। भाजपा महिला नेतृत्व को आगे बढ़ाने पर लगातार जोर दे रही है, और रेखा गुप्ता का चयन इसी नीति के तहत किया गया है।

संघ की मजबूत पकड़ और संगठन में प्रभाव
रेखा गुप्ता को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के एक बड़े पदाधिकारी का करीबी माना जाता है। भाजपा की राजनीति में संघ की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता, और रेखा गुप्ता का संघ से जुड़ाव उनके चयन में एक महत्वपूर्ण कारक रहा। संघ की विचारधारा और सांगठनिक ताकत भाजपा के फैसलों में अहम भूमिका निभाती है, और रेखा गुप्ता का सीएम बनना इसी का परिणाम माना जा रहा है।
भाजपा के पास महिला चेहरों की कमी, रेखा बनीं सॉलिड ऑप्शन
दिल्ली भाजपा के पास कोई प्रभावशाली महिला चेहरा नहीं था, जो आम आदमी पार्टी (AAP) के खिलाफ एक मजबूत विकल्प के रूप में खड़ा हो सके। रेखा गुप्ता का चयन इस कमी को पूरा करने की दिशा में एक अहम फैसला साबित हुआ है। भाजपा महिलाओं को आगे लाने की नीति पर काम कर रही है, और रेखा गुप्ता इसका सबसे ताजा उदाहरण हैं।
भाजपा की चुनावी रणनीति और आगामी मिशन
भाजपा ने दिल्ली में लगातार संघर्ष किया है, लेकिन अब महिला नेतृत्व और वैश्य समुदाय को साधने के साथ वह नई रणनीति पर काम कर रही है। रेखा गुप्ता की छवि एक जमीनी नेता की रही है, जो संगठन और जनता के बीच अच्छी पकड़ रखती हैं।
क्या बदलेगी दिल्ली की सियासत?
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या रेखा गुप्ता की ताजपोशी दिल्ली की राजनीति की तस्वीर बदल पाएगी? क्या भाजपा के लिए यह मास्टरस्ट्रोक साबित होगा? दिल्ली में AAP बनाम भाजपा की लड़ाई अब नए मोड़ पर आ गई है, और रेखा गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा का प्रदर्शन कैसा रहेगा, यह देखने वाली बात होगी।