शाजापुर अब आपदा के समय बेबस नहीं, बल्कि बेहतरीन तैयारी के साथ मुकाबले के लिए तैयार है!
जिले की कमान संभालने वाली कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना और पुलिस अधीक्षक श्री यशपाल सिंह राजपूत ने अधिकारियों की टीम के साथ बैठक कर सिविल डिफेंस और आपदा प्रबंधन की रणनीति पर बड़ा मंथन किया। मकसद एक ही – आपदा चाहे कोई भी हो, जिले की प्रतिक्रिया हो फुर्तीली और असरदार!
आपदा नहीं, अब तैयारी हावी होगी!
कलेक्टर बाफना ने निर्देश दिए कि जिले में किसी भी इमरजेंसी के लिए एक्शन प्लान तुरंत तैयार किया जाए, जिसमें फायरब्रिगेड, एम्बुलेंस, कंट्रोल रूम और मेडिकल हेल्प सबसे तेज़ गति से काम करें।
आम जनता तक सूचना का रॉकेट स्पीड से पहुँचना तय किया जाएगा।
PA सिस्टम, वायरलेस, ब्लड ग्रुप डेटा, संसाधन सूची (JCB, ट्रैक्टर, डम्पर) – सबकुछ अपडेट मोड पर।
पेयजल टैंकर = चलता-फिरता फायर ब्रिगेड!
ग्रामीण इलाकों में यदि आग लगे या जल संकट हो – तो पेयजल टैंकर फायर ब्रिगेड की तरह काम करेंगे! जिला पंचायत सीईओ को दिए गए खास निर्देश:
“टैंकर हमेशा भरे रहें, प्रेशर मोटर फिट हो और हर पंचायत कर्मी के नंबर आपके पास हों।”
SP की सीधी चेतावनी – अफवाहों से बचें, सजग रहें!
एसपी श्री यशपाल सिंह राजपूत ने जनता को डिजिटल सुरक्षा कवच पहनने की सलाह दी:
अनजान लिंक पर क्लिक नहीं !
फर्जी ऐप से दूरी बनाएं !
सोशल मीडिया पर भड़काऊ मैसेज न भेजें, न फैलाएं!
होटल-लॉज संचालक हर मेहमान की जानकारी रखें, संदिग्ध दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
बैकअप प्लान से फुल प्लान तक – हर विभाग को मिली जिम्मेदारी
चाहे स्वास्थ्य विभाग हो, होमगार्ड हो या नगर पालिका – हर विभाग को दी गई अपनी खास ड्यूटी।
सिर्फ योजना नहीं, ज़मीनी अमल पर जोर!
कौन-कौन रहा शामिल?
बैठक में अपर कलेक्टर बीएस सोलंकी, जिला पंचायत सीईओ संतोष टैगोर, एएसपी टीएस बघेल, डिप्टी कलेक्टर हलदर, सीएमएचओ समेत सभी आला अधिकारी और थाना प्रभारी मौजूद रहे।
बाकी विभागों के अधिकारी गूगल मीट के जरिए डिजिटल मोर्चे पर शामिल हुए।