भोपाल।
प्रदेश की नागरिक सुरक्षा व्यवस्था को परखने और आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों को लेकर कल, 7 मई को मध्यप्रदेश के पाँच प्रमुख नगरों—इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी—में व्यापक सिविल डिफेंस मॉकड्रिल का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्री परिषद की बैठक से पूर्व इस संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी साझा करते हुए कहा कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हालातों को ध्यान में रखते हुए यह अभ्यास आवश्यक है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि इस मॉकड्रिल को सफल बनाने के लिए जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह अभ्यास न सिर्फ प्रशासन की तत्परता को परखेगा, बल्कि आम जनता को भी आपात परिस्थितियों से निपटने की व्यावहारिक जानकारी देगा।
क्या होगा इस मॉकड्रिल में?
सांय 7 बजे बजेगा सायरन, जो संभावित खतरे की चेतावनी देगा।
किया जाएगा ब्लैकआउट, जिससे बिजली कटौती जैसी आपात स्थितियों का अनुकरण होगा।
प्रमुख अधोसंरचनाओं की सुरक्षा,
दुर्घटनाओं में घायलों को निकालने का अभ्यास,
और नागरिकों के सुरक्षित विस्थापन जैसी महत्वपूर्ण गतिविधियाँ शामिल होंगी।
यह मॉकड्रिल भारत सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार देशभर के 244 जिलों में आयोजित की जा रही है। मध्यप्रदेश के इन पाँच शहरों को इस राष्ट्रीय अभ्यास में शामिल किया गया है, जो कि राज्य की सक्रियता और संवेदनशीलता का परिचायक है।
डॉ. यादव ने जनता से अपील की है कि वे इस अभ्यास के दौरान सहयोग करें और घबराएं नहीं। यह मॉकड्रिल सिर्फ एक अभ्यास है, जिसका उद्देश्य हर नागरिक को आपदा प्रबंधन की बारीकियों से अवगत कराना है।